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विश्व सर्प दिवस 16 जुलाई आज सर्प किसान मित्र भी है कृपया उनका भी संरक्षण करें – सर्पमित्र डॉक्टर आशीष

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विश्व सर्प दिवस 16 जुलाई आज
सर्प किसान मित्र भी है कृपया उनका भी संरक्षण करें – सर्पमित्र डॉक्टर आशीष


सर्प किसान मित्र भी है कृपया उनका भी संरक्षण करें – सर्पमित्र डॉक्टर आशीष नगला पीर के बच्चों ने सीखीं सर्प संरक्षण से जुड़ी रोचक जानकारियां
इटावा। मुख्य विकास अधिकारी के दिशा निर्देशन में बेसिक शिक्षा अधिकारी के सहयोग से पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये कार्यरत संस्था ओशन ऑर्गनाइजेशन फ़ॉर कंजर्वेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर के द्वारा स्कूल सेफ्टी (एसएस) ,स्कूल डिजास्टर मेंनेजमेंट प्लान (एसडीएमपी) के तहत राज्य आपदा विषयक सर्प पहचान सर्पदंश उपचार व सर्पों का महत्व विषय पर आधारित एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड स्नेक डे 16 जुलाई के अवसर पर कम्पोजिट विद्यालय नगला पीर जी, ब्लॉक बढ़पुरा इटावा पर आयोजित हुआ।

उक्त जागरूकता कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद इटावा के स्वच्छता, पर्यावरण एवं वन्यजीव के ब्रांड एम्बेसडर एवं मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इण्डिया के यूपी कोर्डिनेटर, वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉक्टर आशीष त्रिपाठी ने कई बच्चों व स्कूल स्टाफ को सर्पो से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ देते हुये बताया कि,भारत मे सर्पदंश से प्रत्येक वर्ष में लगभग 50, हजार लोग असमय ही मर जाते है जिनमें से ज्यादातर लोग सही इलाज की जानकारी न होने व अंधविश्वास से ही मरते है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में स्थापित मिड डे मील की रसोई एक ऐसी जगह भी है जहाँ पर अक्सर ही चूहे आते रहते है व उन्ही चूहों को सूंघकर उनके पीछे अक्सर सर्प भी विद्यालय में प्रवेश कर जाते है। अतः किसी भी सर्पदंश से बचने के लिए स्कूल की रसोई को हमेशा ही साफ रखने का पूरा प्रयास करना चाहिये। साथ ही स्कूल के बन्द स्टोर रूम को खोलते वक्त भी वेहद सावधान रहना चाहिये। हमेशा अपने स्कूल परिसर को साफ रखें बड़ी घास व झाड़ियां क्लास रूम के आसपास से जल्द ही हटवा दें। वैसे तो छोटे बड़े सर्प अक्सर ही हमारे आस पास हमे कभी भी दिखाई दे ही जाते है और हम सब उन्हें देखकर हम बेहद भयभीत भी हो जाते है या कभी कभी अनजाने में हम सर्पदंश का शिकार भी होते है लेकिन ऐसी स्थिति में हमे बिल्कुल भी घबराना नही है क्यों कि, हमारे आस पास दिखाई देने वाले सभी प्रकार के सर्प जहरीले ही नही होते है। सभी सर्प किसान मित्र भी होते है जो चूहों को खाकर पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में अपनी अहम भूमिका भी निभाते है। सम्पूर्ण भारत मे पाई जाने वाली खतरनाक बिग फोर प्रजाति में से केवल कोबरा,करैत व रसल वाइपर को ही अब तक इटावा जनपद में देखा गया है। कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर ओशन इटावा डॉ पीयूष दीक्षित ने बच्चों को प्रश्नोत्तरी पहर में सामाजिक अंधविश्वास जैसे विषय पर जागरूक किया व कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी प्रदान करते हुये बच्चों की सभी जिज्ञासाएं दूर की। प्रधानाध्यापिका शाहीन बेगम ने संस्था ओशन को महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिये विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि,आज का यह जागरूकता कार्यक्रम बेहद अनूठा व ज्ञानवर्धक था इस आयोजन से हमारे विद्यालय के बच्चों का सर्पों के प्रति भय बिल्कुल ही समाप्त हो गया है। कार्यक्रम मे संकुल शिक्षिका आभा पुरवार ने कहा कि,इस प्रकार का महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम सभी विद्यालयों में आयोजित होना चाहिये जिससे कि समाज मे सर्पदंश व उसके इलाज के प्रति जनजागरूकता बढ़े व ग्रामीण इलाकों में फैला अंधविश्वास भी खत्म हो सके व लोगो की समय से जान बचाई जा सके। विद्यालय के बच्चों ने इस कार्यक्रम के माध्यम से सर्पों को पहचानने के साथ सर्पदंश के बाद का जरूरी प्राथमिक उपचार करना भी सीखा व उन्होंने यह भी जाना कि सर्पदंश का एकमात्र इलाज एंटीवेनम ही होता है। यह जानकारी पाकर सभी बच्चे बेहद ही खुश हुये। जागरूकता कार्यक्रम में
प्रधानाद्यापिका शाहीन बेगम, संकुल शिक्षिका आभा पुरवार, सहायक अध्यापिका अर्चना पाण्डेय सहित विद्यालय स्टाफ में गुड्डी देवी,रूपवती, ओमवती,मीरा देवी,अनीता देवी मौजूद रही।
इटावा एक्सप्रेस इटावा रिपोर्टर डॉक्टर आशीष त्रिपाठी
नगला पीर के बच्चों ने सीखीं सर्प संरक्षण से जुड़ी रोचक जानकारियां
इटावा। मुख्य विकास अधिकारी के दिशा निर्देशन में बेसिक शिक्षा अधिकारी के सहयोग से पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये कार्यरत संस्था ओशन ऑर्गनाइजेशन फ़ॉर कंजर्वेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर के द्वारा स्कूल सेफ्टी (एसएस) ,स्कूल डिजास्टर मेंनेजमेंट प्लान (एसडीएमपी) के तहत राज्य आपदा विषयक सर्प पहचान सर्पदंश उपचार व सर्पों का महत्व विषय पर आधारित एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड स्नेक डे 16 जुलाई के अवसर पर कम्पोजिट विद्यालय नगला पीर जी, ब्लॉक बढ़पुरा इटावा पर आयोजित हुआ। उक्त जागरूकता कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद इटावा के स्वच्छता, पर्यावरण एवं वन्यजीव के ब्रांड एम्बेसडर एवं मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इण्डिया के यूपी कोर्डिनेटर, वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉक्टर आशीष त्रिपाठी ने कई बच्चों व स्कूल स्टाफ को सर्पो से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ देते हुये बताया कि,भारत मे सर्पदंश से प्रत्येक वर्ष में लगभग 50, हजार लोग असमय ही मर जाते है जिनमें से ज्यादातर लोग सही इलाज की जानकारी न होने व अंधविश्वास से ही मरते है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में स्थापित मिड डे मील की रसोई एक ऐसी जगह भी है जहाँ पर अक्सर ही चूहे आते रहते है व उन्ही चूहों को सूंघकर उनके पीछे अक्सर सर्प भी विद्यालय में प्रवेश कर जाते है। अतः किसी भी सर्पदंश से बचने के लिए स्कूल की रसोई को हमेशा ही साफ रखने का पूरा प्रयास करना चाहिये। साथ ही स्कूल के बन्द स्टोर रूम को खोलते वक्त भी वेहद सावधान रहना चाहिये। हमेशा अपने स्कूल परिसर को साफ रखें बड़ी घास व झाड़ियां क्लास रूम के आसपास से जल्द ही हटवा दें। वैसे तो छोटे बड़े सर्प अक्सर ही हमारे आस पास हमे कभी भी दिखाई दे ही जाते है और हम सब उन्हें देखकर हम बेहद भयभीत भी हो जाते है या कभी कभी अनजाने में हम सर्पदंश का शिकार भी होते है लेकिन ऐसी स्थिति में हमे बिल्कुल भी घबराना नही है क्यों कि, हमारे आस पास दिखाई देने वाले सभी प्रकार के सर्प जहरीले ही नही होते है। सभी सर्प किसान मित्र भी होते है जो चूहों को खाकर पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में अपनी अहम भूमिका भी निभाते है। सम्पूर्ण भारत मे पाई जाने वाली खतरनाक बिग फोर प्रजाति में से केवल कोबरा,करैत व रसल वाइपर को ही अब तक इटावा जनपद में देखा गया है। कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर ओशन इटावा डॉ पीयूष दीक्षित ने बच्चों को प्रश्नोत्तरी पहर में सामाजिक अंधविश्वास जैसे विषय पर जागरूक किया व कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी प्रदान करते हुये बच्चों की सभी जिज्ञासाएं दूर की। प्रधानाध्यापिका शाहीन बेगम ने संस्था ओशन को महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिये विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि,आज का यह जागरूकता कार्यक्रम बेहद अनूठा व ज्ञानवर्धक था इस आयोजन से हमारे विद्यालय के बच्चों का सर्पों के प्रति भय बिल्कुल ही समाप्त हो गया है। कार्यक्रम मे संकुल शिक्षिका आभा पुरवार ने कहा कि,इस प्रकार का महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम सभी विद्यालयों में आयोजित होना चाहिये जिससे कि समाज मे सर्पदंश व उसके इलाज के प्रति जनजागरूकता बढ़े व ग्रामीण इलाकों में फैला अंधविश्वास भी खत्म हो सके व लोगो की समय से जान बचाई जा सके। विद्यालय के बच्चों ने इस कार्यक्रम के माध्यम से सर्पों को पहचानने के साथ सर्पदंश के बाद का जरूरी प्राथमिक उपचार करना भी सीखा व उन्होंने यह भी जाना कि सर्पदंश का एकमात्र इलाज एंटीवेनम ही होता है। यह जानकारी पाकर सभी बच्चे बेहद ही खुश हुये। जागरूकता कार्यक्रम में प्रधानाद्यापिका शाहीन बेगम, संकुल शिक्षिका आभा पुरवार, सहायक अध्यापिका अर्चना पाण्डेय सहित विद्यालय स्टाफ में गुड्डी देवी,रूपवती, ओमवती,मीरा देवी,अनीता देवी मौजूद रही। इटावा एक्सप्रेस इटावा रिपोर्टर डॉक्टर आशीष त्रिपाठी

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