
पति पत्नी की विदेश यात्रा की दुखद दास्तान 
पति पत्नी ने सुनाई आप बीती निर्धारित तिथि पर एक अगस्त 23 को मुझे नई दिल्ली से थाईलैंड ,इंडोनेशिया और वियतनाम समेत 3 देशों की यात्रा प्रारंभ करनी थी l इसलिए एक दिन पहले ही लखनऊ से ट्रेन के द्वारा दिल्ली पहुंचे और दिल्ली में दिन बिताने के लिए पहाड़गंज में एक होटल लिया l शाम को 5:00 बजे सभी साथियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर मिलना था l होटल में 2 घंटे सोने के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मेट्रो पकड़ कर के हम इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर पहुंचे l जहां से हमें रात को 9:20 पर बैंकॉक के लिए फ्लाइट लेनी थी l हमने हर देश की मुद्रा को वहां की मुद्रा के हिसाब से चेंज कर लिया था और ₹50000 इंडियन करेंसी के रूप में मैने मंजू को दिए थे कि अपनी बैग में रख लेना l लेकिन पहाड़गंज के जिस होटल में हम रुके थे पता नहीं हमारे सोने के बाद या खाना खाने के समय किसी ने वह ₹50000 उनके बैग से निकाल लिए और हमको पता भी नहीं चला l हम तो यह जान रहे थे कि यहां से उड़ने के बाद हमारी करेंसी का कोई काम नहीं है इसलिए पूछा भी नहीं और ₹3000 मैंने ऊपर से अपनी जेब में रख लिए थे l अगर कुछ एयरपोर्ट पर लेना होगा तो इस पैसे से ले लेंगे l खैर इस बात से अनजान हम एयरपोर्ट पहुंचे यह मेरे लिए कोई पहली विदेशी यात्रा नहीं थी l इसके पहले हम मंजू के साथ नेपाल, भूटान, श्रीलंका और दुबई की यात्रा कर चुके थे l हां,अगर कुछ नया था तो साथी नए थे l जैसे ही मैं टर्मिनल 3 पर पहुंचा मेरे स्वागत में अरविंदर दीदी अपने पति के साथ एयरपोर्ट पर मिली l उसके बाद सोहनलाल और तत्पश्चात सिमरन सिंह और नवदीप सिंह भी आ गए l हम सात लोगों का ग्रुप 3 देशों की यात्रा के लिए तैयार हो गया था l सभी लोग अपरिचित से परिचित बने थे, लेकिन सभी लोग अनुभवी थे,किसी ने इंग्लैंड की यात्रा की थी तो किसी ने कनाडा की और किसी ने ऑस्ट्रेलिया की l हम लोगों ने तो पहले ही बता दिया कि कहां-कहां जा चुके थे l सभी यात्री बिना गाइड के टूर पैकेज का प्लान लेकर के अपने विवेक से यात्रा का शुभारंभ करने वाले थे l हम लोगों ने अपना टिकट चेक कराया, बोर्डिंग पास लिया अंदर गए और सारी फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद 9:30 बजे हवाई अड्डे से बैंकाक के लिए रवाना हुए l 4 घंटा 10 मिनट का सफर करके सुबह 3:00 बजे बैंकॉक के स्वर्ण भूमि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे l




