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सर्पदंश से 45 वर्षीय ग्रामीण महिला की हालत बिगड़ी,पीजीआई में किया भर्ती

इटावा एक्सप्रेस संपादक राजीव यादव

सर्पदंश से 45 वर्षीय ग्रामीण महिला की हालत बिगड़ी,पीजीआई में किया भर्ती  सर्पदंश का एक ही इलाज है एंटीवेनम/पोलिवेनम- सर्पमित्र डॉक्टर आशीष  इटावा/जसवन्तनगर। बरसात का मौसम आ चुका है अब ग्रामीण व शहरी इलाकों में सर्पदंश का खतरा भी बढ़ ही गया है इसी क्रम में जसवंतनगर के ग्राम सिसहाट में एक महिला को घर में छुपे जहरीले सांप ने काट लिया। सांप के काटने के बाद ही महिला की हालत गंभीर हो गई जिसे अत्यंत गंभीर हालत में सैंफई पीजीआई में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार ग्राम सिसहाट निवासी मुकेश कुमार की 45 वर्षीया पत्नी आशा देवी अपने घर में कुछ कार्य कर रही थी। उसी समय घर के अंदर नाली में छुपे काले रंग के जहरीले सांप ने उन्हें डस लिया। वहीं महिला को सांप के काटने की जानकारी होने पर परिवार समेत पूरे गांव में सनसनी फैल गई। गम्भीर हालत में आशा को परिवार वालों ने तत्काल सैंफई पीजीआई में भर्ती कराया । परिवार के लोगों ने बताया कि, भर्ती होने के बाद भी आशा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत की बराबर निगरानी कर रही है वहीं ग्रामीण मुनेश यादव ने बताया कि, आशा देवी को जिस सांप ने काटा था उसे हमारे परिजनों ने पकड़ लिया है और उसे भी एक बोरी में बंद करके डॉक्टरों को दिखाने के लिये सैंफई पीजीआई ले गए हैं। विदित हो कि जनपद में मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर सर्पमित्र डॉक्टर आशीष त्रिपाठी द्वारा सर्पदंश जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर जगह जगह लोगों को जागरूक किया जा रहा है डॉक्टर आशीष द्वारा हमेशा ही लोगों को जागरूकता कार्यक्रम द्वारा समझाया जा रहा है कि, कभी भी सर्पदंश होने पर बिना घबराये हाथ या पैर पर काटे गये स्थान से थोड़ा ऊपर तुरंत ही एक बन्ध लगाकर पीड़ित को तुरन्त ही आधे घण्टे के अंदर नजदीक के अस्पताल ले जाना चाहिये। किसी भी तांत्रिक या झाड़ फूँक के चक्कर में पड़ने से सर्प दंश से पीड़ित रोगी की 100% जान जा सकती है। सर्पदंश का एकमात्र इलाज एंटीवेनम ही है । सर्पदंश होने पर सर्प को पकड़ने में रोगी का बहुमूल्य समय बर्बाद नहीं करना चाहिये क्यों कि,अब हर जहरीले सर्प के काटने पर रोगी को एंटीवेनम/ पोलिवेनम इंजेक्शन दिया जाता है जिसमें सर्प को मारकर अस्पताल साथ लेकर जाने की कोई आवश्यकता ही नहीं होती। किसी भी प्रशिक्षित चिकित्सक के द्वारा सर्पदंश के मौजूदा चिन्ह व रोगी के गम्भीर लक्षण देखकर भी जहरीले व बिना जहर वाले सर्प की प्रजाति का अनुमान आसानी से लगाकर रोगी को सही उपचार दिया जाता है। डॉक्टर आशीष ने बताया कि,जिला अस्पताल इटावा के इमरजेंसी वार्ड के कमरा नम्बर 3 में सर्पदंश का एकमात्र उपचार एंटीवेनम उपलब्ध है।

ब्यूरो रिपोर्ट आशीष त्रिपाठी इटावा एक्सप्रेस जसवंतनगर इटावा

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